IAS 2014 Pre Solved Paper


1.    गन्ना उत्पादन के एक व्यावहारिक उपागम का, जिसे ‘धारणीय गन्ना उपक्रमण’ के रूप में जाना जाता है, क्या महत्त्व है?
1.    कृषि की पारंपरिक पद्धति की तुलना में इसमें बीज की लागत बहुत कम होती है।
2.    इसमें च्यवन (ड्रिप) सिंचाई का प्रभावकारी प्रयोग हो सकता है।
3.    इसमें रासायनिक/अकार्बनिक उर्वरकों का बिलकुल भी इस्तेमाल नहीं होता।
4.    कृषि की पारंपरिक पद्धति की तुलना में इसमें अंतराशस्यन की ज्यादा गुंजाइश है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a)    केवल 1 और 3
(b)    केवल 1, 2 और 4
(c)    केवल 2, 3 और 4
(d)    1, 2, 3 और 4
उत्तर-(b)
गन्ना उत्पादन के एक व्यावहारिक उपागम जिसे ‘धारणीय गन्ना उपक्रमण’ अथवा ‘सतत गन्ना पहल’ (Sustainable Sugarcane Initiative) पद्धति कहा जाता है, का प्रारंभ भारत में गन्ने की खेती में सुधार हेतु वर्ष 2009 में किया गया था। इस पद्धति का प्रारंभ इक्रीसैट एवं डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (ICRISAT-WWF) की संयुक्त पहल के रूप में किया गया था। कृषि की पारंपरिक पद्धति की तुलना में इसमें बीज की लागत बहुत कम होती है। इस पद्धति में च्यवन (ड्रिप) सिंचाई का प्रभावकारी प्रयोग हो सकता है तथा कृषि की पारंपरिक पद्धति की तुलना में अंतराशस्यन की ज्यादा गुंजाइश है। इस पद्धति में अकार्बनिक एवं कार्बनिक दोनों रसायनों का प्रयोग किया जा सकता है। अतः कथन (3) में दिया गया तथ्य गलत है।
2.    यदि अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की किसी आर्द्रभूमि को ‘मॉन्ट्रियो रिकॉर्ड’ के अधीन लाया जाए, तो इससे क्या अभिप्राय है?
(a)    मानव हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप आर्द्रभूमि में पारिस्थितिक स्वरूप में परिवर्तन हो गया है, हो रहा है या होना संभावित है।
(b)    जिस देश में आर्द्रभूमि अवस्थित है, उसे आर्द्रभूमि के कोर से पांच किलोमीटर के दायरे में मानव क्रियाकलाप को निषिद्ध करने के लिए विधि अधिनियमित करना चाहिए।
(c)    आर्द्रभूमि का बचा रहना इसके आस-पास रहने वाले कतिपय समुदायों की सांस्कृतिक प्रथाओं तथा परंपराओं पर निर्भर है और इसलिए उसके अंदर की सांस्कृतिक विविधता को नष्ट नहीं किया जाना चाहिए।
(d)    इसे ‘विश्व विरासत स्थल’ की स्थिति प्रदान की गई है।
उत्तर-(a)
‘मॉन्ट्रियो रिकॉर्ड’ अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमियों की सूची में उन आर्द्रभूमियों का रजिस्टर है जहां मानवीय हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप आर्द्रभूमि के पारिस्थितिक स्वरूप में परिवर्तन या तो हो गया है, या हो रहा है या होना संभावित है।
3.    निम्नलिखित द्वीपों के युग्मों में से कौन-सा एक ‘दश अंश जलमार्ग’ द्वारा आपस में पृथक किया जाता है?
(a)    अंडमान एवं निकोबार
(b)    निकोबार एवं सुमात्रा
(c)    मालदीव एवं लक्षद्वीप
(d)    सुमात्रा एवं जावा
 उत्तर-(a)
बंगाल की खाड़ी में स्थित ‘दश अंश जलमार्ग’ अंडमान द्वीपसमूह को निकोबार द्वीपसमूह से पृथक करता है।
4.    निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए :
कार्यक्रम/परियोजना मंत्रालय
1.    सूखा-प्रवण क्षेत्र  कार्यक्रम  :    कृषि मंत्रालय
2.    मरुस्थल विकास कार्यक्रम   :    पर्यावरण एवं वन मंत्रालय
3.    वर्षापूरित क्षेत्रों  हेतु राष्ट्रीय जलसंभर विकास परियोजना   :    ग्रामीण विकास मंत्रालय
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से  सही सुमेलित है/हैं?
(a)    केवल 1 और 2     (b)    केवल 3
(c)    1, 2 और 3    (d)    कोई नहीं
 उत्तर-(d)
‘सूखा-प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम’ (DPAP), ‘मरुस्थल विकास कार्यक्रम’ (DDP) और ‘इंटीग्रेटेड वेस्टलैंड्स डेवलपमेंट प्रोग्राम’ (IWDP) तीनों ही ‘भूमि संसाधन विभाग’ (Department of Land Resources) द्वारा चलाए जा रहे प्रोग्राम हैं जिन्हें फरवरी, 2009 से एक परिवर्तित कार्यक्रम ‘इंटीग्रेटेड वाटरशेड मैनेजमेंट प्रोग्राम’ (IWMP) के अंतर्गत कार्यान्वित किया जा रहा है। भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय का एक विभाग (Department) है। वर्षापूरित क्षेत्रों हेतु ‘राष्ट्रीय जलसंभर विकास परियोजना’ (NWDPRA) कृषि एवं सहकारिता विभाग (कृषि मंत्रालय) का कार्यक्रम है।
5.    बंबई नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (BNHS) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1.    यह पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संगठन है।
2.    यह क्रिया-आधारित अनुसंधान, शिक्षा एवं लोक जागरूकता के माध्यम से प्रकृति को बचाने का प्रयास करता है।
3.    यह आम जनता के लिए प्रकृति खोज-यात्राओं एवं शिविरों का आयोजन एवं संचालन करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a)    केवल 1 और 3    (b)    केवल 2
(c)    केवल 2 और 3    (d)    1, 2 और 3
 उत्तर-(c)
‘बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी’ (BNHS) वर्ष 1883 में स्थापित एक गैर-सरकारी संगठन है जो भारत में संरक्षण और जैव-विविधता संबंधी शोध में संलग्न है। यह क्रिया-आधारित अनुसंधान, शिक्षा एवं लोक जागरूकता के माध्यम से प्रकृति को बचाने का प्रयास करता है, साथ ही यह आम जनता के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति खोज-यात्राओं एवं शिविरों का आयोजन एवं संचालन भी करता है।
6.    ‘भूमंडलीय पर्यावरण सुविधा’ के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a)    यह ‘जैव-विविधता पर अभिसमय’ एवं ‘जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ढांचा अभिसमय’ के लिए वित्तीय क्रियाविधि के रूप में काम करता है।
(b)    यह भूमंडलीय स्तर पर पर्यावरण के मुद्दों पर वैज्ञानिक अनुसंधान करता है।
(c)    यह OECD के अधीन एक अभिकरण है, जो अल्पविकसित देशों को उनके पर्यावरण की सुरक्षा के विशिष्ट उद्देश्य से प्रौद्योगिकी और निधियों का अंतरण सुकर बनाता है।
(d)    दोनों (a) और (b)
 उत्तर-(a)
‘भूमंडलीय पर्यावरण सुविधा’ (Global Environment Facility) ‘जैवविविधता पर अभिसमय’ (Convention on Biological Diversity), ‘जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ढांचा अभिसमय’ (United Nations Framework Convention on Climate Change), ‘मरुस्थलीकरण के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र अभिसमय’ (United Nation Convention to Combat Desertification) ‘स्थायी जैव प्रदूषकों पर स्टॉकहोम अभिसमय’ (Stockholm Convention on Persistent Organic Pollutants) एवं ‘पारा पर मिनीमाता अभिसमय’ (Minimata Convention on Mercury) के लिए वित्तीय क्रियाविधि के रूप में काम करता है। विकल्प (a) के अतिरिक्त अन्य कथन सही नहीं हैं।
7.    सौर शक्ति उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकियों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1.    ‘प्रकाशवोल्टीय प्रक्रिया’ एक प्रौद्योगिकी है, जो कि प्रकाश के विद्युत में प्रत्यक्ष रूपांतरण द्वारा विद्युत जनन करती है, जबकि ‘सौर तापीय प्रक्रिया’ एक प्रौद्योगिकी है, जो सूर्य की किरणों का उपयोग ताप जनित करने के लिए करती है, जिसका आगे विद्युत जनन प्रक्रिया में उपयोग किया जाता है।
2.    प्रकाशवोल्टीय प्रक्रिया प्रत्यावर्ती धारा (AC) का जनन करती है, जबकि सौर तापीय प्रक्रिया दिष्ट धारा (DC) का जनन करती है।
3.    भारत के पास सौर तापीय प्रौद्योगिकी के लिए विनिर्माण आधार है, किंतु प्रकाशवोल्टीय प्रौद्योगिकी के लिए नहीं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a)    केवल 1    (b)    केवल 2 और 3
(c)    1, 2 और 3    (d)    कोई नहीं
 उत्तर-(a)
फोटोवोल्टिक प्रौद्योगिकी में प्रकाशवोल्टीय प्रभाव का प्रदर्शन करने वाले अर्द्धचालकों द्वारा सौर विकिरण को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है। हालांकि प्रकाश- वोल्टीय प्रक्रिया ‘दिष्ट धारा विद्युत’ (Direct Current Electricity) का जनन करती है।
सौर तापीय प्रणालियां प्रकाशवोल्टीय प्रणालियों से भिन्न हैं क्योंकि ये सौर ऊर्जा के द्वारा तापीय ऊर्जा का जनन करती हैं जिसका आगे विद्युत जनन प्रक्रिया में प्रयोग किया जा सकता है
मार्च, 2013 में भारत के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने घोषणा की थी कि भारत की कुल सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल उत्पादन क्षमता 2000 मेगावाट है। स्पष्ट है कि भारत के पास प्रकाशवोल्टीय प्रौद्योगिकी के लिए विनिर्माण आधार है।
8.    निम्नलिखित भाषाओं पर विचार कीजिए :
1.    गुजराती
2.    कन्नड़
3.    तेलुगू
उपर्युक्त में से किसको/किनको सरकार ने ‘श्रेण्य (क्लासिकी) भाषा/भाषाएं’ घोषित किया है?
(a)    केवल 1 और 2    (b)    केवल 3
(c)    केवल 2 और 3    (d)    1, 2 और 3
उत्तर-(c)
कतिपय भारतीय भाषाओं की प्राचीन साहित्यिक परंपरा का संरक्षण और संवर्द्धन करने हेतु भारत सरकार द्वारा उन्हें शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान किया जाता रहा है। अब तब तमिल को वर्ष 2004 में, संस्कृत को 2005 में, तेलुगू तथा कन्नड़ को 2008 में तथा मलयालम को वर्ष 2013 में शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान किया जा चुका है। इसी क्रम में अब ओडिया छठीं ऐसी भाषा बन गई है जिसे शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त है। उल्लेखनीय है कि 20 फरवरी, 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ओडिया भाषा को शास्त्रीय भाषा के तौर पर वर्गीकृत करने को स्वीकृति प्रदान की थी।
9.    निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए :
1.    दाम्पा टाइगर  रिज़र्व  :    मिज़ोरम
2.    गुमटी वन्यजीव  अभयारण्य  :    सिक्किम
3.    सारामती शिखर    :    नगालैंड
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?
(a)    केवल 1        (b) केवल 2 और 3
(c)    केवल 1 और 3    (d) 1, 2 और 3
उत्तर-(c)
दाम्पा टाइगर रिज़र्व को वर्ष 1994 में बाघ अभयारण्य का दर्जा प्रदान किया गया था। यह मिजोरम राज्य के पश्चिमी भाग में स्थित है। गुमटी वन्यजीव अभयारण्य त्रिपुरा में स्थित है। सारामती चोटी (शिखर) भारत के नगालैंड राज्य एवं बर्मा के सगैंग क्षेत्र में विस्तृत है। स्पष्ट है कि (1) व (3) सही सुमेलित हैं।
10.    ‘वेटलैंड्स इंटरनेशनल’ नामक संरक्षण संगठन के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1.    यह रामसर अभिसमय के हस्ताक्षरकर्ता देशों द्वारा बनाया गया एक अंतःसरकारी संगठन है।
2.    यह ज्ञान के विकास और संग्रहण के लिए तथा व्यावहारिक अनुभव का बेहतर नीतियों हेतु पक्षसमर्थन करने के लिए क्षेत्र स्तर पर कार्य करता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a)    केवल 1
(b)    केवल 2
(c)    1 और 2 दोनों
(d)    न तो 1 और न ही 2
 उत्तर-(b)
‘वेटलैंड्स इंटरनेशनल’ (Wetlands International) एक गैर-सरकारी एवं गैर-लाभकारी वैश्विक संगठन है जो आर्द्रभूमियों एवं उनके संसाधनों को बनाए रखने तथा उन्हें पुनः स्थापित करने हेतु कार्यरत है। इसका मुख्यालय नीदरलैंड्स में स्थित है। वैश्विक स्तर पर आर्द्रभूमियों के संरक्षण एवं पुनः स्थापन के प्रयास इस संगठन को सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणाली विकसित करने में सहायता करते हैं। यह संगठन विभिन्न अनुसंधानों से प्राप्त ज्ञान का अन्य आर्द्रभूमियों के संरक्षण में प्रयोग करता है। साथ ही यह संगठन को अतिरिक्त साधनों को विकसित करने तथा और अधिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करने में मदद करता है।
11.    BRICS के रूप में ज्ञात देशों के एक समूह के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
    1.    BRICS का पहला शिखर सम्मेलन रिओ दे जेनेरो में 2009 में हुआ।
    2.    दक्षिण अफ्रीका BRICS समूह में अंत में शामिल हुआ।
    उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a)    केवल 1
(b)    केवल 2
(c)    1 और 2 दोनों
(d)    न तो 1 और न ही 2
 उत्तर-(b)
विश्व की उभरती आर्थिक शक्तियों यथा-ब्राजील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका की सदस्यता वाले अंतर्महाद्वीपीय समूह को ब्रिक्स (BRICS) नाम से जाना जाता है। पहले यह समूह ब्रिक (BRIC) के नाम से जाना जाता था परंतु 24 दिसंबर, 2010 को दक्षिण अफ्रीका के आधिकारिक रूप से इस समूह में शामिल होने के बाद इसका पुनर्नामकरण ब्रिक्स के रूप में किया गया। दक्षिण अफ्रीका के शामिल होने से पूर्व ब्रिकक्र राष्ट्रों की दो शिखर बैठकें संपन्न हो चुकीं थीं। पहली शिखर बैठक 16 जून, 2009 को रूस के येकातेरिनबर्ग में आयोजित हुई थी जबकि दूसरी शिखर बैठक का आयोजन 15 अप्रैल, 2010 को ब्रासीलिया (ब्राजील) में किया गया था। पहली पांच सदस्यीय ब्रिक्स शिखर बैठक 14 अप्रैल, 2011 को चीन के सान्या में आयोजित हुई थी।
12.    निम्नलिखित रोगों पर विचार कीजिए :
    1.    डिफ्थीरिया
    2.    छोटी माता (चिकेनपॉक्स)
    3.    चेचक (स्मॉलपॉक्स)
    उपर्युक्त कथनों में से किस रोग/किन रोगों का भारत में उन्मूलन हो चुका है?
(a)    केवल 1 और 2    (b)    केवल 3
(c)    1, 2 और 3    (d)    कोई नहीं
उत्तर-(b)
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से अब तक भारत में तीन रोगों यथा चेचक, गिनी वर्म रोग (Dracunculiasis) तथा पोलियो का उन्मूलन हो चुका है। अप्रैल, 1977 में भारत को चेचक मुक्त घोषित किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा फरवरी, 2000 में भारत को गिनी वर्म रोग मुक्त देश घोषित किया गया था। 27 मार्च, 2014 को भारत को आधिकारिक तौर पर पोलियो मुक्त देश का दर्जा प्रदान किया गया।
13.    निम्नलिखित में से किस घटना/किन घटनाओं ने जीवों के विकास को प्रभावित किया होगा?
    1.    महाद्वीपीय विस्थापन
    2.    हिमानी चक्र
    नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a)    केवल 1
(b)    केवल 2
(c)    1 और 2 दोनों
(d)    न तो 1 और न ही 2
उत्तर-(c)
सविंद्र सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘भौतिक भूगोल का स्वरूप’ के अनुसार महाद्वीपीय विस्थापन एवं हिमानी चक्र दोनों ही घटनाओं ने जीवों के विकास को प्रभावित किया है।
14.    गंगा नदी डॉल्फिन की समष्टि में ह्रास के लिए शिकार-चोरी के अलावा और क्या संभव कारण हैं?
    1.    नदियों पर बांधों और बराज़ों का निर्माण
    2.    नदियों में मगरमच्छों की समष्टि में वृद्धि
    3.    संयोग से मछली पकड़ने के जालों में फंस जाना
    4.    नदियों के आस-पास के फसल-खेतों में संश्लिष्ट उर्वरकों और अन्य कृषि रसायनों का इस्तेमाल
    नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a)    केवल 1 और 2
(b)    केवल 2 और 3
(c)    केवल 1, 3 और 4
(d)    1, 2, 3 और 4
उत्तर-(c)
विकल्प 1, 3 एवं 4 में दिए गए कारण गंगा डॉल्फिन की संख्या में निरंतर गिरावट के मुख्य कारण है। गैन्गेटिक डॉल्फिन उन चार फ्रेशवाटर डॉल्फिन में से एक है जो पूरे विश्व में पाई जाती हैं। यह भारत में गंगा और ब्रह्मपुत्र तथा उससे जुड़ी नदियों में पाई जाती हैं। यह ज्यादातर गहरे पानी में और नदियों के मिलान पर पाईं जाती हैं। यह अपना प्राकृतवास मगरमच्छ, फ्रेशवाटर कछुओं और आर्द्रभूमि पक्षियों के साथ साक्षा करती हैं। IUCN ने इन्हें रेड लिस्ट सूची में संकटग्रस्त (Endangered) वर्ग में रखा है। WWF (World Wide Fund for Nature) के अनुसार इनकी वर्तमान संख्या 1200-1800 के मध्य बची हुई है। IUCN की रेड सूची के अनुसार घड़ियाल अति संकटग्रस्त (Critically Endangered) तथा मगरमच्छ अतिसंवेदनशील (Vulnerable) दर्जा प्राप्त हैं और इनकी जनसंख्या में तीव्र वृद्धि के कोई संकेत नहीं प्राप्त हुए हैं।
15.    रैडक्लिफ समिति किसलिए नियुक्त की गई थी?
(a)    भारत में अल्पसंख्यकों की समस्या को सुलझाने के लिए
(b)    स्वतंत्रता विधेयक को कार्यरूप में परिणत करने के लिए
(c)    भारत और पाकिस्तान के बीच सीमाओं को निर्धारित करने के लिए
(d)    पूर्वी बंगाल के दंगों की जांच करने के लिए
 उत्तर-(c)
ब्रिटिश भारत के वाइसरॉय लॉर्ड माउंटबेटन द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच पंजाब और बंगाल में सीमाओं के निर्धारण के लिए 30 जून, 1947 को पंजाब सीमा आयोग और बंगाल सीमा आयोग नाम से दो आयोग गठित किए गए। साइरिल रैडक्लिफ को इन दोनों ही आयोगों का अध्यक्ष बनाया गया। इन आयोगों का कार्य पंजाब और बंगाल के मुस्लिम और गैर-मुस्लिम आबादी के आधार पर दो भागों में बांटने हेतु सीमा निर्धारण करना था। इस कार्य में इन्हें और भी कारकों का ध्यान रखना था। प्रत्येक आयोग में 4 सदस्य थे जिनमें से दो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से और दो मुस्लिम लीग से थे।
16.    कई घरेलू उत्पादों, जैसे गद्दों और फर्नीचर की गद्दियों (अपहोल्स्टरी), में ब्रोमीनयुक्त ज्वाला मंदकों का उपयोग किया जाता है। उनका उपयोग क्यों कुछ चिंता का विषय है?
    1.    उनमें पर्यावरण में निम्नीकरण के प्रति उच्च प्रतिरोधकता है।
    2.    वे मनुष्यों और पशुओं में संचित हो सकते हैं।
    नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a)    केवल 1
(b)    केवल 2
(c)    1 और 2 दोनों
(d)    न तो 1 और न ही 2
उत्तर-(c)
रासायनिक, जैविक तथा फोटोलिटिक (Photolytic) प्रक्रियाओं द्वारा पर्यावरण में निम्नीकरण के प्रति प्रतिरोधक कार्बनिक यौगिकों को पॉप्स (POPs : Persistent Organic Pollutants) अर्थात चिरस्थायी कार्बनिक प्रदूषक कहते हैं। इनका सबसे बड़ा दुर्गुण यह होता है कि ये काफी समय तक वायुमंडल में मौजूद रहते हैं। हवा, पानी, भूमि और भोजन के माध्यम से एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने वाले ये यौगिक हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा खतरा है। इनमें मानव एवं पशु ऊतकों में संचित होने की क्षमता होती है। ‘स्थायी जैव प्रदूषकों पर स्टॉकहोम अभिसमय’ (Stockholm Convention on Persistent Organic Pollutants) द्वारा कुछ ब्रोमीन युक्त ज्वाला मंदकों’ (Brominated Flame Retardants) को चिरस्थायी कार्बनिक प्रदूषकों की सूची में शामिल किया है।
17.    निम्नलिखित पर विचार कीजिए :
    1.    चमगादड़
    2.    भालू
    3.    कृंतक (रोडेन्ट) 
    उपर्युक्त में से किस प्रकार के जंतु में शीतनिष्क्रियता की परिघटना का प्रेक्षण किया जा सकता है?
(a)    केवल 1 और 2
(b)    केवल 2
(c)    1, 2 और 3
(d)    शीतनिष्क्रियता उपर्युक्त में से किसी में भी नहीं प्रेक्षित की जा सकती
उत्तर-(c)
समशीतोष्ण (Temperate) और शीतप्रधान देशों में रहने वाले जीवों की उस निष्क्रिय तथा अवसन्न अवस्था को ‘शीतनिष्क्रियता’ (Hybernation) कहते हैं जिसमें वहां के अनेक प्राणी जाड़े की ऋतु बिताते हैं। यह अवस्था नियत-तापी (Warm Blooded) तथा अनियततापी (Cold Blooded), दोनों प्रकार के प्राणियों में पाई जाती है।
गिलहरी, भालू और कुछ कीटभक्षी चमगादड़ों को जब गर्म मौसम के आहार सर्दियों में नहीं मिलते हैं तब वे शीतनिष्क्रियता का सहारा लेते हैं। शीतनिष्क्रियता की स्थिति में इन प्राणियों का ताप गिरकर आश्रयस्थल के ताप के बराबर हो जाता है, श्वसन मंद हो जाता है, उपापचय घटता है और ये उसी वसा के सहारे जीवित रहते हैं, जो शीतनिष्क्रियता के पूर्व उनके शरीर में संचित हो जाती है।
यहां उल्लेखनीय है कि कृंतक (Rodents) गण में गिलहरियां (Squirrels), छछूंदर (Musk Rats), चूहे (Rats), मूषक (Mice) आदि स्तनधारी प्राणी आते हैं।
18.    निम्नलिखित में से कौन-सी एक सबसे बड़ी संसदीय समिति है?
(a)    लोक लेखा समिति
(b)    प्राक्कलन समिति
(c)    सरकारी उपक्रम समिति
(d)    याचिका समिति (कमिटी ऑन पिटिशन्स)
उत्तर-(b)
आधुनिक युग में संसद को न केवल विभिन्न और जटिल प्रकार का, बल्कि मात्रा में भी अत्यधिक कार्य करना पड़ता है। संसद के पास इस कार्य को निपटाने के  लिए सीमित समय होता है। इसलिए संसद उन सभी विधायी तथा अन्य मामलों पर, जो उसके समक्ष आते हैं, गहराई के साथ विचार नहीं करती। अतः संसद का बहुत सा काम सभा की समितियों द्वारा निपटाया जाता है, जिन्हें संसदीय समितियां कहते हैं। संसदीय समिति से तात्पर्य उस समिति से है, जो सभा द्वारा नियुक्त या निर्वाचित की जाती है अथवा अध्यक्ष द्वारा नाम-निर्देशित की जाती है और अध्यक्ष के निदेशानुसार कार्य करती है तथा अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करती है। अपनी प्रकृति के अनुसार संसदीय समितियां दो प्रकार की होती है : स्थायी समितियां एवं तदर्थ समितियां।
(1)    लोक लेखा समिति : दोनों सदनों द्वारा निर्वाचित कुल 22 सदस्य इस समिति के सदस्य होते हैं, जिनमें 15 सदस्य लोक सभा से और 7 सदस्य राज्य सभा से आते हैं। यह समिति भारत सरकार के विनियोग लेखा और उन पर नियंत्रक तथा महालेखापरीक्षक के प्रतिवेदन की जांच करती है। इस समिति का कार्यकाल 1 वर्ष होता है।
(2)    प्राक्कलन समिति : इस समिति में सदस्यों की संख्या 30 होती है। इसके सदस्य केवल लोक सभा द्वारा निर्वाचित होते हैं। इसका कार्यकाल 1 वर्ष होता है। प्राक्कलन समिति यह बताती है कि प्राक्कलनों में निहित नीति के अनुरूप क्या मितव्ययिता बरती जा सकती है, तथा संगठन, कार्य कुशलता और प्रशासन में क्या-क्या सुधार किए जा सकते हैं। यह प्रशासन में कार्यकुशलता और मितव्ययता लाने के लिए वैकल्पिक नीतियों का सुझाव भी देती है।
(3)    सरकारी उपक्रम समिति : इस समिति में कुल 22 सदस्य होते हैं जिनमें 15 लोक सभा और 7 राज्य सभा द्वारा निर्वाचित होते हैं। इस समिति का कार्यकाल 1 वर्ष होता है। यह समिति सरकारी उपक्रमों के प्रतिवेदनों और लेखाओं की जांच तथा यदि सरकारी उपक्रमों के संबंध में भारत के नियंत्रक व महालेखा परीक्षक की कोई रिपोर्ट हो तो उसकी जांच भी करती है। सरकारी उपक्रमों की स्वायत्तता और कार्यकुशलता के संदर्भ में भी जांच करती है।
(4)    याचिका समिति : याचिका समिति के सदस्यों की संख्या 15 होती है। इसके सदस्य अध्यक्ष द्वारा नाम-निर्देशित होते हैं। इसका कार्यकाल नियत नहीं है। पुनर्गठन किए जाने तक यह समिति बनी रहती है। इस समिति का कार्य लोक सभा को प्रस्तुत की गई याचिकाओं पर विचार करना और प्रतिवेदन प्रस्तुत करना है।
19.    निम्नलिखित में से कौन-सा/से पृथ्वी ग्रह पर कार्बन चक्र में कार्बन डाइऑक्साइड का योगदान करता है/करते हैं?
    1.    ज्वालामुखी क्रिया
    2.    श्वसन
    3.    प्रकाश-संश्लेषण
    4.    जैव पदार्थ का क्षय
    नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a)    केवल 1 और 3
(b)    केवल 2
(c)    केवल 1, 2 और 4
(d)    1, 2, 3 और 4
 उत्तर-(c)
पृथ्वी के कार्बन चक्र में कार्बनिक पदार्थों के अपघटन, जीवधारियों द्वारा श्वसन प्रक्रिया से, ज्वालामुखी प्रक्रियाओं से, जीवाश्म ईंधनों के दहन इत्यादि से कार्बन डाइऑक्साइड पहुंचती है। स्वपोषित पौधे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा कार्बोहाइड्रेट्स के निर्माण में  वायुमंडलीय कार्बन डाईऑक्साइड ग्रहण करते हैं न कि विमोचित अथवा योगदान करते हैं।
20.    यदि आप ग्रामीण क्षेत्र से होकर गुजरते हैं, तो आपको यह देखने को मिल सकता है कि  अनेक प्रकार के पक्षी, चरने वाले पशुओं/भैंसों के पीछे-पीछे चलते हैं और उनके घास में चलने से अशांत होने वाले कीटों को पकड़ते हैं। निम्नलिखित में से कौन-सा/से ऐसा/ऐसे पक्षी है/हैं?
    1.    चित्रिक बलाक    
    2.    साधारण मैना
    3.    काली गर्दन वाला सारस
    नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a)    1 और 2    (d)    केवल 2
(c)    2 और 3    (d)    केवल 3
 उत्तर-(b)
प्रख्यात पक्षी विज्ञानी डॉ. सालिम अली ने अपनी पुस्तक “Handbook of the Birds of India and Pakistan Vol. 5″ में स्पष्ट उद्धृत किया है कि मैना पशुओं के पीछे-पीछे चलती है और उनके चलने के कारण उड़ने वाले कीड़ों को अपना आहार बनाती है।
चित्रित बलाक (Painted Stork) हिमालय के दक्षिण में उष्ण कटिबंधीय एशिया में पाया जाने वाला पक्षी है। इसका मुख्य आहार आर्द्रभूमि के छिछले जलीय स्थलों में पायी जाने वाली छोटी मछलियां हैं। ये प्रायः ताजे पानी के स्थलों के निकट निवास करते हैं।
काली गरदन वाला सारस (Black-Necked Crane) तिब्बत के पठार, भूटान तथा भारत के अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख आदि में पाया जाता है। यह सर्वभक्षी पक्षी है जो पौधों की जड़, कंदमूल, आलू, कीड़े-मकोड़े, मछलियां, मेढ़क, अनाज सभी कुछ खाता है। किंतु मुख्य रूप से कटाई के पश्चात खेतों में अन्न के अवशेषों को अपने आहार के रूप में प्रयोग करता है।
Source: Ghatna chakra Publication 

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